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Showing posts from September, 2022

रिश्तें मुस्कान केशरी

 💞Relationship 💞 कि थी महोब्बत हद से ज्यादा,तुमसे  आज  वो नफरत बन है ,हद से ज्यादा  हां ! माना हमारी उम्रो में अंतर था, माना की मैं नासमझ थी,पर तुम तो समझदार थे माना गलती हुई मुझसे ,पर तुम तो उसे सकते सुधार थे दुनिया की बात सुन, जब लगा तुम्हे ये समस्या थी उसी समय भंग हुई मेरी प्रेम तपस्या थी यदि साथ ना निभाना था तो निभाने का ये झूठा वादा क्यूं यदि मंझधार में छोड़ना ही था तो कस्ती में बिठाया क्यूं मैने तो तुम्हे पास न बुलाया था, तो फिर पास मेरे आए क्यूं दुनिया की बातो में आके जब तुमने कहा मुझसे मेरी उम्र कम है उसी समय लगा मुझे तूने जो किया मुझसे प्यार  वो प्यार नही भ्रम है गैरों की बातो में आकर जब तूने छोड़ा मेरा साथ था  तब कोस रही थी उस पल को मैं , जब पहली बार तूने थामा मेरा हाथ था तूने ही बनाया मेरे प्यार का महल,तूने ही किया उसे ध्वस्त था सारी जिंदगी रहूंगी मैं अब इसी उलझन में कमजोर मैं थी या मेरा वक्त था..... Muskan Keshri..... 🔥🔥

आर्मी और एनसीसी = मुस्कान केशरी व्दारा लिखी कविता

 ** दिल की धड़कन -आर्मी /एनसीसी** हर भारतीयों की धड़कन  हमारी इन्डियन आर्मी , देश की रक्षा करने वाली,  हमारी इन्डियन आर्मी,  आर्मी की हर बात निराली है,  एनसीसी की हर बात मस्तानी है,  आर्मी का जो सपना दिखा मैने,  एनसीसी ने वो राह देखाई,  मंजिल को पाना बतलाई  आर्मी को चाहना सिखलाई  अब बस एक ही चाहत है दिल में,  मैं भी आर्मी की जवान कहलाऊँ,  हाँ अब बस एक ही चाहत है मेरी,  देश के कुछ ऐसा कर के मर जाता,  कि वीर शहीदों में कभी मेरा भी नाम आए।।               मुस्कान केशरी (मुजफ्फरपुर बिहार)

तुम तुम हो और हम हम हैं = मुस्कान केशरी व्दारा लिखी कविता

 **तुम , तुम हो और हम, हम है ** हम, हम है,  तुम,  तुम हो  ना तुम हम से कम हो,  ना हम तुम से कम है,  फिर किस बात की गम है,  हम, तुम की हर बात अनोखी है,  जिसको कोई नही समझ सका ,  वही हम तुम है,  जैसे :- तुम लीची हो,  तो हम आम है,  तुम मेढ़क हो,  तो हम शेरनी हैं,  तुम बैंगनी हो,  तो हम आलु है,  तुम बिमार हो,  तो हम डाक्टर है,  तुम बाइक हो,  तो हम कार है,  तुम झोपड़ी हो, तो हम महल है,  तुम जमीन हो,  तो हम आसमान है,  तुम नदी हो,  तो हम समुद्र है,  तुम प्यास हो,  तो हम पानी है,  तुम भूख हो,  तो हम खाना है,  तुम तीखे हो,  तो हम मिठे है , तुम गरम हो,  तो हम ठंडी है,  तुम सूखे हो,  तो हम भीगें है,  तुम भक्षक हो,  तो हम रक्षक है,  तुम झूठ हो,  तो हम सच है,  तुम लड़का हो,  तो हम लड़की है,  तुम पुराने हो,  तो हम नए है,  तुम मछली हो,  तो हम मुर्गा है,  तुम चाय हो,  तो हम काँफी ह...